धागे वाली मिश्री के फायदे जानकर आज ही खाना शुरू कर देंगे | Dhage wali mishri ke fayde

Dhage wali mishri ke fayde in hindi: आपने मिश्री के साथ चाय और दूध तो काफी बार पिया होगा लेकिन क्या आपको पता है धागे वाली मिश्री के बारे? क्या हैं धागे वाली मिश्री के फायदे?  खाने में तो स्वादिष्ट होती ही है साथ ही आपकी हेल्थ के लिए भी अनेक प्रकार से लाभदायक है।

इन फायदों को आप तक पहुंचाने के लिए आज मैं लेकर आई हूँ Dhage wali mishri ke fayde in hindi जिसमे आपको जानने को मिलेगा इसके फायदे और नुकसान। बता दें कि धागे वाली मिश्री में औषधीय गुण पाए जाते हैं और ये आपके घर में आने वाली चीनी से कम मीठी होती है। लेकिन असल में धागे वाली मिश्री का मतलब क्या है, आइये जान लेते हैं।

धागे वाली मिश्री क्या है और धागे वाली मिश्री कैसे बनती है?

चीनी हो या मिश्री दोनों को ही गन्ने के रस से बनाया जाता है लेकिन मिश्री ज्यादा शुद्ध होती है और किसी प्रकार का केमिकल नहीं मिलाया जाता है। धागे वाली मिश्री बनाने के लिए गन्ने के रस से सारी अशुद्धियाँ फिलटरीकरण विधि के द्वारा दूर कर दी जाती है और इस रस का मोटा घोल बनाया जाता है।
Dhage wali mishri ke fayde in hindi

अब इस घोल में के बीचों बीच में एक धागा डाला जाता है और इसके दूसरे सिरे को लटका दिया जाता है। यह धीरे धीरे क्रिस्टल के रूप में ठोस होता जाता और इस प्रकार प्राकृतिक प्रक्रिया द्वारा धागे वाली मिश्री बनाई जाती है। चूंकि इसे बनाने या ठोस लिए किसी प्रकार का केमिकल प्रयोग नहीं किया जाता है इसलिए इसे शुद्ध माना जाता और औषधि के रूप  इस्तेमाल किया जाता है।


धागे वाली मिश्री के फायदे | Dhage wali mishri ke fayde in hindi

जैसा कि मैंने बताया यह मिश्री प्राकृतिक रूप से बनायीं जाती है इसलिए इसके औषधीय गुण का प्रयोग दवाइयों के लिए किया जाता है। इसके अलावा धागे वाली का दैनिक जीवन में सेवन के  सारे फायदे हैं। चलिए जान लेते हैं एक एक करके, कृपया आर्टिकल पूरा पढ़ें। 

गर्मी दूर करने के लिए 

धागे वाली मिश्री का सबसे बड़ा फायदा है गरमी से राहत दिलाने में क्योंकि आप जानते हैं मिश्री की तासीर बहुत ठंडी होती है। इसे पानी में मिलाकर पीने से शरीर का अंदर का तापमान सामान्य हो जाता है और गर्मी शांत होती है।

इसके अलावा गर्मी के दिनों में बच्चो के नाक से खून निकलने की समस्या यानि नकसीर फूटना भी आम है जिसे मिश्री का ठंडा पानी पीकर दूर कर सकते हैं। आपको इसे नार्मल पानी में घोलकर बच्चे को पिला देना है बाकि काम मिश्री खुद कर लेगी।


Dhage wali mishri ke fayde हैं मुंह के छाले में

मुंह में छाले के दौरान हालत इतनी खराब हो जाती है खाना तो दूर व्यक्ति ठीक से पानी भी नहीं पी पाता है। ज्यादातर छालों का कारण होता है पेट की गर्मी, कब्ज, या फिर मुंह की सफाई न होना। लेकिन जैसे कि मैंने ऊपर बताया मिश्री से आप ठंडा पेय पदार्थ बना सकते हैं जो आपको राहत देती है। धागे वाली मिश्री से मुंह के छाले में भी आराम मिलता है।

आपको थोड़ी मात्रा में मिश्री लेकर उसमे थोड़ी इलायची मिलाकर दोनो में अच्छी तरह से पीस लेना है। अब इस पाउडर को पानी में मिलाकर दिन में आप 2 से 3 बार पी सकते हैं, बहुत फायदा होगा।

धागे वाली मिश्री का फायदा है पाचन शक्ति बढ़ाने में

जी हां, धागे वाली मिश्री से पाचन तंत्र को मजबूत किया जा सकता है वह भी बिना ज्यादा मेहनत के। ये कोई जादू नही है बल्कि मिश्री में औषधीय गुण के साथ ही साथ डाइजेस्टिव (digestive) गुण भी पाए जाते हैं जो आपके पाचन को दुरस्त करते हैं। आपको भूख नही लगती या खाना ठीक से नहीं पचता तो आप मिश्री में सौफ मिलाकर रोजाना दिन में 2 बार सेवन करें।

खून की कमी दूर होती है मिश्री से 

लाल रक्त कणिकाओं में हीमोग्लोबिन की कमी से शरीर में खून की कमी हो जाती है जिसे मेडिकल फील्ड में एनीमिया का नाम दिया जाता है। एनीमिया की वजह से थकान, सिर में दर्द, चक्कर आना जैसी दिक्कतें होने लगती हैं।

धागे वाली मिश्री अपने औषधीय गुणों से हीमोग्लोबिन के स्तर को समान्य करती है और खून की मात्रा को भी बैलेंस करती है। तो यदि आप भी खून की कमी से जूझ रहे हैं तो धागे वाली मिश्री को पानी में घोलकर रोजाना सुबह खाली पेट पियें, बहुत फायदा होगा। 

बवासीर में है Dhage wali mishri ka fayda

जिन लोगों को बवासीर की जानकारी नहीं है उन्हें बता दूँ कि बवासीर में गुदा (Anus) के अंदर और बाहर तथा मलाशय (Rectum) के निचले हिस्से में सूजन आ जाती है। इसकी वजह से उठना बैठना भी मुश्किल हो जाता है और साथ ही आप मजाक के पात्र भी बन जाते हैं। 

ये सूजन मस्से का रूप ले लेती है जिसमे सूजन तो होती ही है साथ में जलन भी बहुत होती है। यदि आप बवासीर की समस्या से जूझ रहे हैं तो मिश्री का सेवन बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है। मिश्री की ठंडी तासीर गुदा और उसके आस पास के जगह में हुए फोड़े में आराम देता है और उसे सुखाता है जिससे दर्द कम होता है।

माँ का दूध बढ़ाने में हैं धागे वाली मिश्री के फायदे 

स्तनपान करा रही महिलाओं के लिए धागे वाली मिश्री बहुत ही स्वास्थवर्धक मानी जाती है। जब पहला बेबी होता है तो वह पल माँ के लिए ख़ुशी के साथ ही चिंताजनक भी होता है कि बेबी को अधिक से अधिक पौस्टिक आहार कैसे दिया जाए। 

और ये तो आप जानते ही हैं माँ के दूध से बेहतर एक नवजात बच्चे के लिए और कुछ भी नहीं है। लेकिन महिलाओं में इस समय चिंता, तनाव, और अपर्याप्त नींद बहुत ही आम बात है जिसका साफ़ असर उनके दूध की कमी में दिखाई देता है। मिश्री आपके दिमाग और मन को शांत कर के दूध में वृद्धि करता है।

धागे वाली मिश्री में धागा क्यों होता है ?

धागे वाली मिश्री को बनाते समय गन्ने के रस को एक कप या कपनुमा बर्तन में रख दिया जाता है और उसके बीच में एक धागा फंसा दिया जाता है। यह धागा गन्ने के रस का क्रिस्टल बनने पर इसे बाहर निकलने में मदद करता है और बिना किसी प्रकार की गंदगी के आपकी मिश्री बनकर तैयार हो जाती है। 

आज आपने क्या सीखा 

आज आपने सीखा धागे वाली मिश्री क्या होती है और धागे वाली मिश्री के फायदे क्या हैं (Dhage wali mishri ke fayde in hindi). धागे वाली मिश्री एक शुद्ध गन्ने के रस का बना होता है जिसके अनेक औषधीय फायदे होते हैं जैसा कि इस आर्टिकल में जाना। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा, पसंद आया तो शेयर करने में न शरमाएं। ब्लॉग पढ़ने के लिए धन्यवाद। 

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